आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए सरकार को टक्कर देने के लिए विपक्षी गुटों ने एक साथ होकर आई.एन.डी.आई.ए. का गठन किया है। इस विपक्षी गुट में लगभग 28 घटक दल शामिल हैं।कुछ दिनों पहले मुंबई में आई.एन.डी.आई.ए. की बैठक हुई थी, जिसमें तकरीबन 63 नेताओं ने हिस्सा लिया था। इस मीटिंग में लोकसभा चुनाव 2024 का रोडमैप तैयार किया गया। वहीं, मंगलवार को आई.एन.डी.आई.ए. का लिटमस टेस्ट होने जा रहा है।
मंगलवार को देश के सात विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहे हैं। घोसी (उत्तर प्रदेश), डुमरी (झारखंड), धानपुर, बॉक्सानगर (त्रिपुरा), बागेश्वर (उत्तराखंड), धूपगुड़ी (पश्चिम बंगाल) और पुथुपल्ली (केरल) में उपचुनाव के लिए मतदान हो रहे हैं। गौरतलब है कि सबसे ज्यादा चर्चा उत्तर प्रदेश की घोसी सीट की हो रही है, जहां से भाजपा के दारा सिंह चौहान लड़ रहे हैं। वहीं, वोटों की गिनती 8 सितंबर को होगी।
यहां की सीट समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद खाली हो गई। दारा सिंह चौहान भाजपा में फिर से शामिल हो गए हैं। चौहान अब एनडीए के टिकट पर उसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह को कांग्रेस और वाम दलों का समर्थन मिला है।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में वो मंत्री भी रह चुके हैं। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कुछ दिनों पहले एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि इस सीट पर बदलाव होगा यानी समाजवादी पार्टी की जीत होगी।
उत्तर बंगाल में धूपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस भाजपा और कांग्रेस समर्थित सीपीआई (एम) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा है। 2016 में जहां टीएमसी ने यह सीट जीती थी, वहीं 2021 में बीजेपी ने इस सीट पर बाजी मार ली थी। बीजेपी के बिष्णु पदा रे के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। बीजेपी ने तापसी रॉय को उम्मीदवार बनाया है। वहीं टीएमसी ने निर्मल चंद्र रॉय पर भरोसा दिखाया है। सीपीआई (एम) की तरफ से ईश्वर चंद्र रॉय मैदान में हैं।
त्रिपुरा की दो विधानसभा सीटों (धानपुर, बॉक्सानगर) पर उपचुनाव हो रहे हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा की अगुवाई में दोनों सीटों पर बीजेपी ने अपना पूरा दांव लगाया है।मुख्य विपक्षी दल टिपरा मोथा और कांग्रेस दूर रहे। रविवार को त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस ने लोगों से दो सीटों पर विपक्षी ब्लॉक इंडिया के उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह किया।
कांग्रेस ने सीपीआई (एम) को समर्थन देने का फैसला किया है, हालांकि उन्होंने शुरू में बिना किसी परामर्श के सीपीआई (एम) द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा पर असंतोष व्यक्त किया था।
तीन दिन पहले, टीआईपीआरए मोथा ने उपचुनावों में किसी को भी समर्थन नहीं देने की घोषणा की, हालांकि सीपीआई (एम) ने दावा किया कि टीआईपीआरए मोथा दो निर्वाचन क्षेत्रों में सीपीआई (एम) के लिए प्रचार कर रहा है। विपक्षी नेता अनिमेष देबबर्मा ने कहा,”हमारी पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारे और भाजपा या सीपीआई (एम) को समर्थन भी नहीं देने का फैसला किया।
झारखंड के डुमरी में इंडिया ब्लॉक की उम्मीदवार बेबी देवी का मुकाबला एनडीए की यशोदा देवी से है। अप्रैल में पूर्व शिक्षा मंत्री और झामुमो विधायक जगरनाथ महतो की मृत्यु के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था। महतो 2004 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
केरल के पुथुपल्ली में कांग्रेस और सत्तारूढ़मयों के बीच लड़ाई है। ओमन चांडी के बेटे चांडी ओमन कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ विपक्ष के उम्मीदवार हैं। सत्तारूढ़ वामपंथ ने एक बार फिर डीवाईएफआई नेता जैक सी थॉमस को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने अपने कोट्टायम जिले के अध्यक्ष जी लिजिनलाल को टिकट दिया।
उत्तराखंड में बीजेपी और कांग्रेस में सीधी टक्कर है। सत्तारूढ़ भाजपा ने सीट बरकरार रखने के लिए पार्वती दास को मैदान में उतारा है। 2007 से लगातार चार चुनावों में उनके पति चंदन दास ने जीत हासिल की और उनकी मृत्यु के कारण उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी।